Sunday, July 1, 2007

आभार व्यक्त कीजिये

बहुत सारे निमंत्रण आते हैं आजकल..
आप उनके बुलावे का मान नहीं रख पा रहे हैं ...कोई बात नहीं..आभार के दो शब्द तो लिख दीजिये..
आज आपको आपके मित्र/परिचित/परिजन की बेटी के विवाह के लिये मिले निमंत्रण मिलने पर लिखे जाने वाले आभार पत्र का मसौदा पढ़वाता हूं... फ़ोकट का माल है इसलिये पढ़कर इतिश्री मत कर लीजियेगा...लिखियेगा भी सही....

प्रिय/आदरणीय
(भेजने वाले और आपके रिश्ते,उम्र और पद से तय कीजिये संबोधन)

आपकी लाड़्ली बिटिया के मंगल-परिणय का निमंत्रण-पत्र मिला.
आभारी हूं ..आपने प्रेम-पूर्वक स्मरण किया हमारा.
इच्छा तो थी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर आपके
आमंत्रण का मान रखते और इस मंगल प्रसंग का साक्षी बनते.
पारिवारिक/व्यवसायिक व्यस्तता और पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों के कारण
ऐसा संभव नहीं हो पाया जिसका दु:ख है मन में.
आशा है यह परिणय पर्व निर्विघ्न एवं आनंदपूर्वक संपन्न हुआ होगा.
प्रभु से प्रार्थना है कि वह बिटिया के आँचल में सुख,समृध्दि और स्वास्थ के
सलमे-सितारे टांक दे और उसके दाम्पत्य को हमेशा खु़शियों से दमकाए.
उसे हमारे शुभाशीष...और आपके पूरे परिवार को इस परिणय-पर्व के
लिये आत्मीय बधाइयाँ..

स्नेह बनाए रखियेगा.

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